विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना भारत सरकार की एक प्रमुख योजना है, जिसका उद्देश्य कारीगरों और श्रमिकों को वित्तीय सहायता और प्रशिक्षण प्रदान करना है।
इस योजना के तहत पारंपरिक कारीगरों को उनके कौशल को और बेहतर बनाने के लिए आर्थिक मदद और आधुनिक उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे।
विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना का लाभ उन कारीगरों को मिलेगा जो बढ़ई, बुनकर, लोहार, मिस्त्री, और अन्य हस्तशिल्पी कार्यों में संलग्न हैं।
इस योजना का लाभ उठाने के लिए कारीगरों को अपने राज्य सरकार की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
इस योजना के तहत कारीगरों को नए तकनीकी प्रशिक्षण दिए जाएंगे, ताकि वे अपने पारंपरिक कौशल के साथ आधुनिक बाजार में प्रतिस्पर्धा कर सकें।
कारीगरों को 10,000 रुपये से लेकर 20,000 रुपये तक की वित्तीय सहायता दी जाएगी, जिससे वे अपने उपकरण और कच्चा माल खरीद सकें।
इस योजना के तहत कारीगरों के लिए स्थायी रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, जिससे वे अपनी आजीविका को और सुदृढ़ कर सकें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इस योजना का उद्देश्य ‘आत्मनिर्भर भारत’ के तहत कारीगरों को मजबूत बनाना है।
योजना का लाभ पाने के लिए पात्र कारीगरों को समय पर आवेदन करना अनिवार्य है। इसके लिए पहचान पत्र और बैंक विवरण जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेज़ जमा करने होंगे।