Ladli Behna Yojana Update 23वीं किस्त कब आएगी
2025 में लाड़ली बहना योजना की प्रगति उल्लेखनीय रही है। इस साल की शुरुआत में 20वीं किस्त 12 जनवरी को और 21वीं किस्त 10 फरवरी को ट्रांसफर की गई थी। हालांकि, 23वीं किस्त को लेकर थोड़ा विलंब हुआ है, और नवीनतम जानकारी के अनुसार, यह 16 अप्रैल 2025 को महिलाओं के खातों में जमा होगी। प्रत्येक पात्र महिला को वर्तमान में 1250 रुपये प्रति माह मिल रहे हैं, जो पहले 1000 रुपये थे। सरकार ने इस राशि को जल्द ही बढ़ाकर 3000 रुपये करने की घोषणा की है, जिससे महिलाओं को और अधिक आर्थिक सहायता मिलेगी। इसके अलावा, 1.63 लाख महिलाओं को 60 वर्ष की आयु पूरी होने के कारण योजना से हटाया गया है, क्योंकि वे अब वृद्धावस्था पेंशन के लिए पात्र हैं। तीसरे चरण के आवेदन भी जनवरी 2025 में शुरू हुए, जिससे नई महिलाएं इस योजना से जुड़ रही हैं। ये अपडेट्स योजना को और समावेशी और प्रभावी बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं।
पात्रता और आवेदन प्रक्रिया
लाड़ली बहना योजना की पात्रता में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा महिलाएं इसका लाभ उठा सकें। योजना के तहत 21 से 60 वर्ष की विवाहित, विधवा, तलाकशुदा या परित्यक्ता महिलाएं, जो मध्य प्रदेश की निवासी हैं, पात्र हैं। परिवार की वार्षिक आय 2.5 लाख रुपये से कम होनी चाहिए, और आयकर दाता या सरकारी कर्मचारी परिवार की महिलाएं अपात्र हैं। 2025 में आवेदन प्रक्रिया को और डिजिटल बनाया गया है। अब महिलाएं cmladlibahna.mp.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं या ग्राम पंचायत, वार्ड कार्यालय या कैंप साइट्स पर फॉर्म जमा कर सकती हैं। जरूरी दस्तावेजों में आधार कार्ड, समग्र आईडी, बैंक खाता विवरण और पासपोर्ट साइज फोटो शामिल हैं। नई सुविधा के तहत डिजिलॉकर के साथ एकीकरण शुरू हुआ है, जिससे दस्तावेज अपलोड करना आसान हो गया है। इसके अलावा, e-KYC को अनिवार्य किया गया है, और सभी लाभार्थियों से अपील की गई है कि वे अपनी KYC समय पर पूरी करें ताकि किस्त में कोई रुकावट न आए। इन बदलावों ने योजना को और पारदर्शी और सुलभ बनाया है।
महिलाओ के जीवन में अच्छा बदलाव
लाड़ली बहना योजना ने मध्य प्रदेश की महिलाओं के जीवन में बड़ा बदलाव लाया है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे के अनुसार, 54.7% महिलाएं एनीमिया से पीड़ित हैं, और इस योजना ने उनके पोषण और स्वास्थ्य में सुधार किया है। 1250 रुपये की मासिक सहायता से महिलाएं अपने बच्चों की शिक्षा, घरेलू खर्च और छोटे व्यवसाय शुरू करने में सक्षम हुई हैं। उदाहरण के लिए, भोपाल की राधा बाई ने इस राशि से सिलाई मशीन खरीदी और अब आत्मनिर्भर हैं। 2025 तक, 61,890 करोड़ रुपये का बजट इस योजना के लिए आवंटित किया गया है, जिसमें 5,000 करोड़ रुपये का कर्ज भी शामिल है। भविष्य में, सरकार लाड़ली बहना आवास योजना को और विस्तार देने की योजना बना रही है, जिसके तहत 1.30 लाख रुपये की सहायता से पक्के मकान बनाए जाएंगे। इसके अलावा, राशि बढ़ाने और नए चरणों के साथ यह योजना और प्रभावी होगी। हालांकि, कुछ आलोचकों का कहना है कि किस्तों में देरी और नए रजिस्ट्रेशन की धीमी गति चिंता का विषय है। फिर भी, यह योजना महिलाओं के लिए एक मील का पत्थर साबित हो रही है।