CID:टीवी सीरियल सीआईडी से हर घर में मशहूर हुए दिनेश फड्निस वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं। पहले अफवाह थी कि फ्रेड्रिक्स उर्फ दिनेश फड्निस को हार्ट अटैक आया था। मगर उनके को-स्टार दयानंद शेट्टी ने इस वजह को झूठा बताते हुए दूसरा कारण बताया।
What Is Ventilator Support
वेंटिलेटर का नाम सुनते ही लोगों के मन में डरता जैसा बन जाता है और लोग ऐसा सोचते हैं कि वेंटिलेटर सपोर्ट पर कोई अगर गया तो वहां से बचकर वापस नहीं आता है ऐसा बिल्कुल नहीं है. जहां पर इलाज के लिए मशीनों का इस्तेमाल किया जाता है वहीं पर जिंदगियों को बचाने के लिए भी मशीन इस्तेमाल में आते हैं लेकिन वेंटीलेटर का नाम सुनकर लोगों के हाथ पैर कहां पर जाते हैं लेकिन सबसे जरूरी बात है कि आपको सही जानकारी होनी चाहिए वेंटिलेटर पर जाने के बाद काफी सारे लोग वापस नॉर्मल जिंदगी जी सकते हैं ऐसे बहुत सारे उदाहरण पड़े हुए हैं.
टाइम्स ऑफ़ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक दया उर्फ दयानंद शेट्टी ने एक अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट को इंटरव्यू देकर बताया कि दिनेश वेंटिलेटर पर जरूर हैं मगर उनका इलाज अभी चल रहा है डॉक्टर उनकी पूरी सेहत की निगरानी किए हुए हैं और उनको जल्द ही अच्छे इलाज के साथ वापस कर लिया जाएगा.
वेंटिलेटर का मतलब जिंदगी खत्म?
जरूरी यह नहीं कि आपका दिमाग में यह जरूर आए कि वेंटिलेटर पर जाने के बाद लोग बच जाते हैं लेकिन मैं आपको बताना चाहूंगा अगर वेंटिलेटर पर कोई चला गया है वेंटिलेटर सपोर्ट पर है तो जरूरी नहीं कि उसकी मौत ही हो जाए क्योंकि एक रिपोर्ट के मुताबिक देखा गया है कि सिर्फ 33% लोग ही वापस नहीं आ पाते हैं वहीं पर देखा गया है कि 67% लोग वेंटिलेटर सपोर्ट से वापस जिंदगी अच्छी जी सकते हैं. यानी की 67% वयस्क में देखा गया है कि वह अपनी नॉर्मल जिंदगी वेंटिलेटर से आने के बाद जी सकते हैं तो ऐसा नहीं कह सकते हैं कि वेंटिलेटर पर जाने का मतलब जिंदगी खत्म हो चुके हैं.
वेंटिलेटर का काम और उपयोग
NHLBI के मुताबिक, वेंटिलेटर एक मशीन है, जो ऑर्टिफिशियल ब्रीदिंग करती है। जिन मरीजों को नैचुरल सांस लेने में परेशानी या कमी होती है, उसे इस मशीन पर रखा जाता है ताकि खून में पर्याप्त ऑक्सीजन बनी रहे। मरीज की हालत के हिसाब से इसका सपोर्ट दिया जाता है।
इन सब बीमारियों में होता है वेंटीलेटर का उपयोग
- एक्यूट रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम
- स्ट्रोक या सिर की चोट
- अस्थमा
- सीओपीडी
- कार्डियक अरेस्ट
- ड्रग ओवरडोज
- नियोनेटल रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम
- निमोनिया
- सेप्सिस
- स्पाइनल कॉर्ड इंजरी
इलाज और सर्जरी में उपयोगी?
कई बार मरीज को बीमारी या सर्जरी के दौरान सांस लेने में तकलीफ होने लगती है। लेकिन इलाज के दौरान सभी चीज नॉर्मल हो जाते हैं इस बीच डॉक्टर वेंटीलेटर का भी मदद लेते हैं. क्योंकि वेंटीलेटर ही बहुत जरूरी हॉस्पिटल की इंस्ट्रूमेंट होती है जो की एक अच्छी मददगार होती है.