- CID:-एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पता चला है कि दिनेश पढ़ने को शायद हार्ट अटैक की वजह से अस्पताल में एडमिट कराया था ऐसा मीडिया के द्वारा खबर आई थी कि उनको वेंटिलेटर पर रखा गया है लेकिन वेंटिलेटर सपोर्ट पर जाने के बाद लोगों का ऐसा मानना होता है। कि वहां से कोई जीवित नहीं आता यानी की सिंपल और साधारण शब्दों में कहें तो लोगों का मानना है कि कोई वापस बचकर नहीं आ पाता है तो वहीं पर सीआईडी के में रोल करने वाले यानी की लीड रोल करने वाले दिनेश फडनिस नही थे।
वेंटिलेटर से लोग जिंदा बच जाते हैं क्या?
अगर हम मीडिया खबरों की बात करें तो बहुत सारे ऐसे रिसर्च उपलब्ध हैं जहां पर ऐसा माना गया है कि 35% लोग वेंटिलेटर पर जाने के बाद उनका ध्यान नहीं बच पाते हैं वहीं वयस्क में 67% ऐसे लोग हैं जो वेंटिलेटर पर जाने के बाद उनकी जान जरूर बच जाते हैं और अपने वाहन नॉर्मल जिंदगी में वापस आते हैं और रोजाना की जिंदगी वह जी सकते हैं लेकिन उसमें कुछ मुश्किलें होते हैं कुछ बर्ताव होते हैं जो उनको बताया जाता है अस्पताल में जब एडमिट होते हैं और डॉक्टर उनको सलाह देते हैं कि आपको यह सारी चीजों का बर्ताव करना चाहिए।
सीआईडी सीरियल के ऑफिसर थे वेंटिलेटर पर
जैसा की खबरें सामने आ रहे हैं की सीआईडी सीरियल के जो ऑफिसर का रोल कर रहे थे उनको जब बीमार अवस्था में हॉस्पिटल लेकर जाया गया तो उसे वक्त वह वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था लोगों का ऐसा मानना था कि वह वापस जरूर आ जाएंगे लेकिन आज एक बुरी खबर आई है कि वह अब नहीं रहे इस दुनिया में ऐसा माना जा रहा है कि डॉक्टर के द्वारा बताया गया है कि उनका लिवर का प्रॉब्लम होने की वजह से उनकी मृत्यु हुई है यानी कि गंभीर समस्या उनके लीवर में थी जिसकी वजह से उनकी मृत्यु हो गई है।